माता च पार्वती देवी पिता देवो महेश्वर: ।
बान्धवा: शिवभक्ताश्च स्वदेशोभुवनत्रयम् ।।
पार्वती देवी मेरी माता, देवाधिदेव महेश्वर मेरे पिता, शिवभक्त गण मेरे बांधव और तीनों भुवन मेरा स्वदेश हैं।
(इस प्रकार का ज्ञान मेरे मन में सदा विद्यमान रहे यही मेरी प्रार्थना है)।